एनआरआई उद्योगपतियों, जैन संत व कला संस्कृति के प्रमुख लोगों के बीच हुई ऑनलाइन चर्चा





नयी दिल्ली : विश्व के कई बड़े एनआरआई उद्योगपतियों, धर्माचार्य कला संस्कृति से जुड़ी विशिष्ट हस्तियों ने कोरोना महामारी के मौजूदा हालात मेंव्यक्तिगत एवं व्यवसायिक जीवन मे नैतिक मानवीय मूल्योंको लेकर गंभीर चर्चा की। ऐसा पहली बार हुआ कि यूरोप में बसे भारतीय उद्योगपतियों ने पहली बार कोरोना महामारी के बीच एक ही ऑनलाइन मंच पर आकर विचार-विमर्श किया।

हिंदुजा ग्रुप के प्रमुख गोपीचन्द हिंदुजा ने कहा कि मानव मूल्यों भौतिकता के बीच संतुलन जरूरी है मौजूदा समय में धर्म संस्कारों को भुलाने से विकट परिस्थितियां उत्पन्न हुई हैं। उन्होंने कहा कि बचपन में उनके अभिभावकों द्वारा मूल्यों पर अडिग रहने के संस्कार दिये गये थे, जिसका प्रभाव आज भी है।

इंडो रामा के प्रमुख एस पी लोहिया ने कहा कि संयम आधारित अनुशासित जीवन शैली सबसे उत्तम है। जीवन मूल्यों को नज़रअंदाज़ करने से अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं उन्होंने मौजूदा समय में सकारात्मक सोच को बनाए रखने पर ज़ोर दिया।

मोदी ग्रुप के प्रमुख डॉ. बी के मोदी ने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय जीवन शैली प्रासंगिक है। भारतीय रहन- सहन खानपान स्वत: ही अनेक बीमारियों से हमें बचा लेता है। उन्होंने कहा कि व्यवसाय के लिए हम दुनिया के किसी भी कोने में रहें, किन्तु भारत हमारे दिल में रहना चाहिए।

गैमन इंडिया के प्रमुख अभिजीत रंजन ने कहा कि भारतीय संस्कृति ने सदैव संतुलन की बात कही है और उसी से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि हम ऊंचा तो उठें, विकास भी करें, किन्तु अपनी मूल जड़ों को कभी भुलाएं

इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य लोकेशजी ने कहा कि मौजूदा हालात में विकास  की अवधारणा जीवन शैली को नये सिरे से परिभाषित करने की जरूरत है उन्होंने कहा कि धर्म का विकास से विरोध नहीं हैं, किन्तु जो विकास अध्यात्म की नींव पर आधारित नहीं होता है, वह वरदान के बजाय अभिशाप बन जाता है।

इस अवसर पर जिन अन्य हस्तियों ने चर्चा में भाग लिया, उनमें प्रमुख थे- केपीएमजी के प्रदीप उधास, अवध ग्रुप के विनीत मित्तल, शीतल सिंह, जाने-माने अंक ज्योतिषी संदीप कोचर, दुबई के डाइमंड किंग अमित दमाणी, ऋषिकेश के योग गुरु डॉ. अमृतराज, दुबई की रश्मि मेहता, न्यूयॉर्क के जगदीश शेवहनी, आरएसएस के रवि कुमार अय्यर, मुंबई से चंद्रू हिंदुजा व गुल हिंदुजा।

संगोष्ठी के प्रारम्भ समापन पर, भजन सम्राट अनूप जलोटा ने आध्यात्मिक भजन प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। संगोष्ठी का संचालन विवेकानंद यूथ कनेक्ट फ़ाउंडेशन के प्रमुख डॉ. राजेश सरवादन्या ने किया।


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